समारोहों में भीड़ की छूट क्यों?

कोरोना संक्रमण के मामले जब देश में 34 लाख के पार हो गये हैं, तब केंद्र सरकार ने अनलॉक- 4 के लिए दिशानिर्देश जारी किये हैं । केन्द्र के ही दिशा निर्देश पर उत्तर प्रदेश की सरकार ने शादी समारोह में सौ लोगों तक की भीड़  इकट्ठी  करने की इजाजत  दे दी है। यह नियम 21 सितम्बर से लागू होने  की बात कही गयी  है। यूपी में अनलॉक - 4 के बारे में  बताया गया है कि आगामी 21 सितम्बर से शादी समारोह व अंतिम संस्कार में अधिकतम सौ लोग शामिल हो सकेंगे । इतनी ही छूट राजनीतिक, सांस्कृतिक  व धार्मिक  आयोजनों  में होगी। अनलॉक  4 के दौरान कंटेनमेंट जोन  में डीएम अब स्थानीय  स्तर  पर लाकडाउन  नहीं  लगा सकेंगे । इसके साथ ही प्रदेश में शुक्रवार रात से सोमवार सुवह तक की बन्दी बरकरार रहेगी। यह छूट तब दी जा रही है जब प्रदेश में  इसी अगस्त  महीने  में कोरोना के पाजिटिव मामले मिलने की दर सबसे  ज्यादा  अर्थात 4 दशमलव 7 फीसद रही है। महामारी कोरोना वायरस ने पिछले एक सप्ताह से भारत में  बहुत तेजी से पांव पसारे हैं। लगातार 5वें दिन 76 हजार से अधिक नए केस सामने आए हैं। रविवार  30 अगस्त को तो यह आंकड़ा 80,092 रहा, जबकि 970 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही भारत पहला देश बन गया है, जहां 24 घंटे के दौरान 80 हजार से अधिक कोरोना के मरीज पाए गए हैं। देखा जाए तो वीकेंड पर 9 अगस्त को 63,651 पॉजिटिव के केस दर्ज किए गए थे, जो किसी भी रविवार के दिन सबसे अधिक थे, लेकिन अब यह आंकड़ा बहुत पीछे छूट गया है। भारत में लगातार 5वें दिन 76 हजार से अधिक नए केस सामने आए हैं, जिसने और भी भयानक स्थिति बना दी है। रविवार को आंकड़ा 80,092 रहा, जो किसी भी देश में एक दिन में दर्ज किए गए सबसे अधिक केस का रेकॉर्ड है।इस महामारी से 970 लोगों की मौत हुई है, इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 65 हजार के करीब पहुंच गई है। उत्तर प्रदेश के हालात भी चिंता जनक हैं । प्रदेश में 30 अगस्त को ही कोरोना से संक्रमित 67मरीजों की जान चली गयी। राजधानी  लखनऊ में ही 14 लोगों ने दम तोड़ा । गनीमत यह कि रिकवरी रेट 74 दशमलव 25 फीसद  है। अबतक एक लाख 67हजार से ज्यादा  मरीज  डिस्चार्ज  हो चुके हैं।



 


  इन हालात में  एक बात समझ  में  नहीं  आती कि जब नीट और जेईई जैसी परीक्षायें  टालने  के लिए  आवाज उठ रही है , तब समारोहों में भीड़  बढाने का क्या औचित्य है। समारोहों में तामझाम कम करने और अनावश्यक खर्च रोकने के लिए क्या सिर्फ भाषण  ही दिया  जाता है। उस पर अमल करने की कोई इच्छा शक्ति ही नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक नया भारत बनाने  की बात करते हैं। इसके तहत परम्पराओं और कानूनों को बदलने की बात भी कही जा रही है। शादी विवाह में जितने आडम्बरों ने वर्चस्व  कायम कर लिया, बेटी उतना ही बड़ा बोझ बनती चली गयी। हालात यहां  तक आ गए  हैं कि बेटी को अब गर्भ के अंदर ही मार डाला जाता है। भ्रूण हत्या रोकने के लिए कानून भी बनाया गया है लेकिन क्या इससे गर्भ में  बालिका की हत्या रुक पायी है ? कोरोना  वायरस ने भय पैदा किया। शादी समारोह  में  भीड़  कम हो गयी थी। कन्या के पिता ने राहत की सांस ली थी। सामाजिक दिखावे के लिए लड़की का पिता यह नहीं कह पाता था कि बारात में बीस पच्चीस  लोगों को ही लाना लेकिन कोरोना के चलते लाकडाउन ने  बारातियों की संख्या सीमित कर दी थी। अब सरकार ने सौ बाराती लाने की छूट दे दी है। क्या वर और वधू को जबतक कम से कम सौ लोग आशीर्वाद  नहीं  देंगे, तब तक उनका दाम्पत्य जीवन सुखमय नहीं होगा?
   



देखा जाए तो वीकेंड पर 9 अगस्त को 63,651 पॉजिटिव के केस दर्ज किए गए थे, जो किसी भी रविवार के दिन सबसे अधिक थे, लेकिन अब यह आंकड़ा बहुत पीछे छूट गया है। देश में इस सप्ताह कोरोना वायरस के मामलों में 13.1: की तेजी आई है, जबकि यह आंकड़ा पिछले सप्ताह 10.9 (उससे पहले वाले सप्ताह के मुकाबले) रहा था। लगातार चैथे दिन एक हजार के आस-पास मौतें दर्ज की गईं, जो पिछले सप्ताह से कहीं अधिक है। आंकड़ों के लिहजा से कोरोना वायरस काफी खतरनाक दिखाई दे रहा है। तमाम कोशिशों के बावजूद मरीजों की संख्या में कोई कमी नहीं हो रही। आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो देश में अब तक मरने वालों की संख्या 65 हजार के करीब (64,550) पहुंच गई है। इस तरह से देश में अब कोरोना के मामले 36,16,730 हो गए हैं। इसमें से ठीक होने वालों की संख्या 27,67,412 है, जबकि ऐक्टिव केस लगभग 8 लाख (7,84,768) के करीब है। राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र एक बार फिर नंबर एक पर रहा। यहां 16,408 मरीज पाए गए। इस तरह से राज्य में लगातार दूसरे दिन 16,000 से अधिक केस सामने आए हैं। उत्तर प्रदेश में 6,233 (पहली बार 6,000 का आंकड़ा पार किया), राजस्थान में 1450, मध्य प्रदेश में 1,558, छत्तीसगढ़ में 1471 और जम्मू-कश्मीर में 786 नए केस दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र में कोविड-19 के एक दिन में 16,408 नए मामले सामने आने के साथ रविवार को कुल आंकड़ा बढ़ कर 7,80,689 पहुंच गया। 296 और मरीजों की मौत हो जाने से राज्य में इस महामारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़ कर 24,399 हो गई। मुंबई में रविवार को 1,237 मामले सामने आए और 30 मरीजों की मौत हुई। इसके साथ ही मुंबई में संक्रमण के कुल मामले बढ़ कर 1,44,626 हो गए। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि आज दिन में दर्ज की गई 296 मौतों में 220 मौतें पिछले 48 घंटे में हुई जबकि 43 मौतों के आंकडेघ् पिछले हफ्ते के हैं और शेष 33 मौतें पिछले हफ्ते से पहले की हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में करीब 7,690 मरीजों के इस रोग से उबरने के बाद उन्हें रविवार को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। इसके साथ, राज्य में अब तक 5,62,401 मरीज संक्रमण मुक्त हो गए हैं। राज्य में कोविड-19 मरीजों की मृत्यु दर 3.13 प्रतिशत है। आंध्र प्रदेश में लगातार पांचवें दिन 10 हजार से अधिक  मामले सामने आए। इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4.24 लाख हो गई। महाराष्ट्र के बाद अब आंध्र प्रदेश में संक्रमण के सर्वाधिक मामले सामने आए हैं। पिछले चैबीस घंटे में राज्य में 10,603 मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,24,767 पर पहुंच गई। पिछले 24 घंटे में आंध्र प्रदेश में कोविड-19 के 9,067 मरीज ठीक हो गए और 88 और मरीजों की मौत हो गई। अब तक राज्य में कोविड-19 के कुल 3,884 मरीज दम तोड़ चुके हैं और 3,21,754 मरीज ठीक हो चुके हैं।   इसलिए अभी अनावश्यक रूप से भीड़  जुटाने की जरूरत नही है । कोरोना का संक्रमण और उससे होने वाली मौत की भयावहता को देखते हुए योगी आदित्यनाथ  की सरकार यदि समारोहों में भीड़ न बढाए तो बेहतर रहेगा। (हिफी)