दिल्ली में कोरोना काबू में, लड़ाई अभी बाकी : अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली । मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में अब कोरोना वायरस का संक्रमण काफी हद तक काबू में आ गया है। पिछले 15 से 20 दिनों में बेहतर परिणाम सामने आए हैं। यही वजह है कि अब दिल्ली में मरीजों के ठीक होने की दर 82 फीसद के पार पहुंच गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को एक  इंटरव्यू के दौरान यह बात कही है। उन्होंने कहा कि जून में कोरोना से हालात काफी बिगड़ गए थे, लेकिन पिछले 15 दिन के आंकड़ों पर नजर डालें तो हालात बेहतर हुए हैं। हालांकि, अभी भी लड़ाई बाकी है। जून में जब 100 लोगों होता था तो 35 लोग पॉजिटिव मिलते थे, लेकिन अब 100 सैंपल की जांच में सात लोग ही पॉजिटिव मिलते हैं। 23 जून को 4 हजार मामले सामने आए थे, लेकिन 16 जुलाई को 1600 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। कोरोना से मौत के आंकड़ों में भी कमी आई है। जून में कोरोना से रोजाना 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो रही थी, लेकिन आज ये आंकड़ा घटकर 30-40 पर आ गया है। एक लाख 17 हजार मरीजों में से 82 फीसद लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। दिल्ली में टेस्टिंग को बढ़ाया गया और आइसोलेशन की व्यवस्था की गई।  मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने कोविड मरीजों के लिए होम आइसोलेशन को प्रमोट किया। इनमें ऐसे मरीज शामिल थे, जिनमें या तो हल्के लक्षण थे या कोई लक्षण नहीं थे। दिल्ली में करीब 80 फीसद मामले ऐसे ही रहे। इनमें गंभीर लक्षण नहीं थे। इनके पास मेडिकल टीम गई और उन्हें होम आइसोलेशन के बारे में बताया गया। हेल्थ केयर वर्कर्स ने रेगुलर मॉनीटरिंग की और फोन पर मरीजों को दिशा-निर्देश दिए।


 


इससे मरीज अपने घरों में रहकर ठीक हुए। उन्हें परिवार का सपोर्ट भी मिला। उनके परिजनों को भी उसी घर में दो हफ्ते के लिए क्वारंटाइन किया गया।


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उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के कोविड 19 मैनेजमेंट प्रोग्राम में सबसे महत्वपूर्ण रहा जागरूकता अभियान, जो सरकार ने होम आइसोलेशन को लेकर चलाया। इससे लोगों में भरोसा पैदा हुआ कि वे अपने घरों में ही रहकर ठीक हो सकते हैं। इस अभियान से लोगों के मन में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को लेकर जो डर था उसे दूर करने में मदद मिली। इससे सरकार की आक्रामक टेस्टिंग रणनीति भी सफल रही।