विधानसभा चुनाव में 'आप' का पलड़ा भारी


पूर्वी दिल्ली। बीते सोमवार को चुनाव आयोग द्वारा दिल्ली विधानसभा का चुनावी बिगुल बजा दिया गया है। दिल्ली के सभी प्रतिद्वंदी अपनी कमर को कस चुके हैं, सभी ने अपनी चुनावी गोटियाँ फिट कर दी है। किसे कहां से चुनावी टिकट लेनी है, कैसे लेना है और लेकर किस प्रकार जीत हासिल करनी है। इसी जद्दोजहद में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जनता को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए फ्री पानी और फ्री बिजली जैसी मूलभूत सुविधायें दीं। चुनावी नारे - 'बिजली बिल जीरो - केजरीवाल हीरो', 'अच्छे बीते पांच साल - लगे रहे केजरीवाल', दिल्ली में केजरीवाल जैसे आदि नारों से दिल्ली में अपनी विजय की सीढ़ी तैयार कर ली है। 


किये सर्वों से भी यही रिपोर्ट निकल कर आ रही है कि दिल्ली की जनता का रूझान आम आदमी पार्टी की तरफ ज्यादा है। लोग इनके द्वारा किये गये कार्यों को पंसद कर रहे हैं। वहीं बीजेपी सरकार द्वारा गिरते आर्थिक हालातों को नजरअंदाज करते हुए आपने कार्यों में लगी हैं। जिसका खामियाजा इन चुनावों में जनता उनको दिखाने वाली है नाराज जनता अपना जनमत किसे देगी ये तो भविष्य के गर्त में है मगर जितने भी सर्वें और रूझान हैं सभी 'आप' की ओर झुके दिखाये दे रहे हैं। दिल्ली के पूर्वी दिल्ली स्थित शाहदरा विधानसभा में भी चुनावी टक््कर जोरों पर दिखाई देगी क्योंकि दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रह चुके रामनिवास गोयल को आप पार्टी पुन: इसी सीट से अपना प्रत्याशी घोषित करती है तो भाजपा और अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों के लिए बहुत ही मुसीबत का विषय बन सकता है क्योंकि रामनिवास गोयल ने अपने क्षेत्र में काफी विकास कार्य किये हैं। पूरी दिल्ली का मामला एक तरफा नजर आ रहा है। जहां भी देखों दिल्ली की जनता आप पार्टी के कार्यों को बखान रही है। 


जीत हार का फैसला तो भविष्य के गर्भ में है मगर हाँ यह तो तय है कि यह आना वाला एक माह दिल्ली के लिए चुनावी अखाड़ा साबित होगा। चुनावी टक््क र जोरों-शोरों से होगी, प्रत्याशी जनता को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए पूरी जी-जान लगा देंगे।